AI vs Humans: Will Artificial Intelligence cause the world’s next war?
जिनेवा/वॉशिंगटन, (एजेंसी) जुलाई 2025। विश्व में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की तेज़ी से बढ़ती ताक़त को लेकर बड़े-बड़े देशों में खलबली मची है। अमेरिका, चीन, रूस और यूरोपीय देश अब AI को एक “स्ट्रैटेजिक हथियार” मानने लगे हैं — और इसी के चलते “AI आर्म्स रेस” शुरू हो गई है।
संयुक्त राष्ट्र (UN) ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते AI पर वैश्विक नियंत्रण न हुआ, तो यह अगली डिजिटल वर्ल्ड वॉर का कारण बन सकता है।
- क्या है खतरा?
ड्रोन वॉरफेयर: बिना इंसानी हस्तक्षेप के हमले
डीपफेक से चुनावों में हस्तक्षेप
AI से संचालित साइबर अटैक
नौकरियों का तेजी से खत्म होना
AI विशेषज्ञों की चेतावनी:
> “AI को अगर सिर्फ हथियार के रूप में देखा गया, तो मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा यही तकनीक बन सकती है।”
– एलन रिस्किन, टेक एथिक्स रिसर्चर, MIT
दुनिया की प्रतिक्रिया:
अमेरिका ने बनाया AI डेफेंस कमांड सेंटर
चीन ने शुरू की AI Surveillance Supergrid
यूरोपीय यूनियन कर रहा है AI एथिक्स बिल लागू
जनहित में अपील:
AI का उपयोग मानवता की भलाई के लिए हो — शिक्षा, स्वास्थ्य और जलवायु सुधार में।
वैश्विक नियम और नियंत्रण बनाना होगा, नहीं तो “टेक्नोलॉजी ही मानवता को निगल जाएगी।”
क्या कर सकते हैं आप?
सोशल मीडिया पर गलत/भ्रामक AI-generated वीडियो
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