चित्तौडगढ़। जिले में पिछले माह हुए दो अलग-अलग हत्याकांडों अजयराज सिंह हत्याकांड और प्रेमचंद गाडरी हत्याकांड में न्याय की मांग को लेकर मंगलवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों और समाज जनो ने प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने नेहरू गार्डन से कलेक्ट्री चैराहा तक मार्च निकालकर मानव श्रृंखला बनाकर वाहनों की आवाजाही बाधित कर आक्रोश व्यक्त किया। जिससे रोडवेज बसों, निजी बसों, कारों और अन्य वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से जाना पड़ा। प्रदर्शनकारी न्याय दो के बोर्ड हाथों में लिए हुए थे और जमकर नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान उपाधीक्षक विनय चैधरी द्वारा रास्ता जाम करने से रोकने पर ग्रामीणों और पुलिस प्रशासन के बीच तीखी बहस हुई, हालांकि, समझाने-बुझाने के बाद ग्रामीणों ने मानव श्रृंखला हटाकर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। दोपहर में दोनों ही हत्याकांड के मामलों में आए ग्रामीणों और सर्व समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर और एसपी के नाम ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई। पूर्व सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना और सुरेंद्र सिंह जाड़ावत भी अपने समर्थकों के साथ प्रेमचंद हत्याकांड के मामले में न्याय की मांग का समर्थन करने के लिए प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्री चैराहा पर करीब 2 घंटे तक विरोध प्रदर्शन जारी रखा।
अजय राज की हत्या के मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग
शहर के कोतवाली थानांतर्गत गत 1 जून को हुई अजयराज सिंह की हत्या के मामले में संपूर्ण राजपूत समाज और सर्व समाज में रोष है। प्रदर्शनकारियों ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर मामले में निष्पक्ष जांच, शेष नामजद अभियुक्तों की तत्काल गिरफ्तारी और उनकी अवैध संपत्ति को राजसात करने की मांग की। समाज का आरोप है कि घटना के एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद ईश्वर सिंह चैहान, सत्यवीर सिंह, राहुल, राजपाल सिंह, भैरू सिंह गुर्जर, गोपाल गुर्जर, डिग्गी राज सिंह, भगवान सिंह और अन्य सहयोगी आरोपी अभी भी फरार हैं। इन अपराधियों पर मृतक के परिजनों और गवाहों को धमकाने का भी आरोप है। मृतक अजय राज सिंह की आयु मात्र 35 वर्ष थी और उनके पीछे वृद्ध माता-पिता, विधवा पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं। समाज ने पीड़ित परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान करने और मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लेकर अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि कई आरोपी आदतन अपराधी और हिस्ट्रीशीटर हैं, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने से वे अवैध बजरी खनन जैसे कारोबार में लिप्त हैं।
न्याय और दोषियों को कड़ी सजा की गुहार
निम्बाहेड़ा सदर थानांतर्गत गत 9 जून को निंबाहेड़ा में हुए प्रेमचंद गाडरी हत्याकांड को लेकर धनगर गाडरी समाज और सर्व समाज में गहरा आक्रोश है। प्रदर्शनकारियों ने मृतक प्रेमचंद गायरी के लिए जल्द से जल्द न्याय और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की। समाज का आरोप है कि पुलिस इस मामले में धीमी गति से कार्रवाई कर रही है और अभियुक्त गणपत लाल जाट के राजनीतिक रसूख के चलते मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि प्रेमचंद को गणपत लाल जाट जबरन अपने साथ ले गया था और अगले दिन उसकी गंभीर मारपीट के बाद मृत्यु हो गई। समाज ने मामले में निष्पक्ष जांच, संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करने और अभियुक्त को कठोरतम सजा देने की मांग की। इसके अतिरिक्त, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी या गैर-सरकारी नौकरी देने की भी मांग की गई है। समाज ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
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