गायत्री ज्योति कलश यात्रा में उमड़े श्रद्धालु

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चित्तौडगढ़। अखिल विश्व गायत्री परिवार हरिद्वार की ओर से निकाली जा रही ज्योति कलश यात्रा इस समय जिले में घूम रही है। यह कोई साधारण यात्रा नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक आंदोलन है, जिसका उद्देश्य लोगों को अच्छे विचारों से जोड़ना, उनके जीवन में उजाला भरना और गुरुदेव प. श्रीराम शर्मा आचार्य और परम वंदनीया माताजी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना है। यह यात्रा 11 जून को सलूंबर से रवाना होकर जिले में प्रवेश कर चुकी है। यह यात्रा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से होकर 5 जुलाई को चित्तौड़गढ़ तहसील में पहुंची। यात्रा जहां-जहां गई, वहां लोगों ने इसका श्रद्धा, उत्साह और भक्ति भाव से स्वागत किया। वर्तमान में यह यात्रा शहर और आसपास के गांवों में भ्रमण कर नगर के सेगवा हाउसिंग बोर्ड, ब्रह्मपुरी, मधुवन, सैंती, पंचवटी, प्रतापनगर, कुम्भानगर, शास्त्री नगर, सिंचाई नगर, हजारेश्वर मंदिर, सुभाष चैक, गांधीनगर, नई पुलिया, रेलवे स्टेशन और शक्तिपीठ पहुंची। मंगलवार सुबह यात्रा मानपुरा, गोपालनगर, सेमलपुरा, आंवलहेड़ा, बल्दरखा, बस्सी, बिजयपुर, केलजर और पालका गांवों में पहुंची। इन गांवों में भी लोगों ने भव्य स्वागत किया। कुछ जगहों पर महिलाओं ने कलश यात्रा का स्वागत किया। आज यात्रा बेगूं, 13 जुलाई से निंबाहेड़ा, 17 से बड़ीसादड़ी और 21 जुलाई को प्रतापगढ़ जिले की ओर रवाना हो जाएगी। हजारेश्वर महादेव मंदिर में यात्रा के आगमन पर एक सुंदर और भक्तिपूर्ण कार्यक्रम रखा गया। यहां महंत चंद्रभारती महाराज की उपस्थिति में सांवित्रीबाई फुले विकास सेवा संस्थान की ओर से यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। माली समाज के समाजजनों और गायत्री परिवार के सदस्यों ने मिलकर आरती, पुष्प वर्षा और स्वागत गीतों के साथ ज्योति कलश का अभिनंदन किया। इस अवसर पर हेमराज करोड़ीवाल, किशन माली, समाजसेवी राजन माली, शिवप्रकाश, राहुल, कन्हैयालाल, रामेश्वर, नारायण, बद्रीलाल, रमेश पुरोहित, जगदीश जोशी, मांगीलाल दोसाया, सोहनलाल पेंटर, गायत्री परिवार के परिवारजन, महिला शक्ति और हजारेश्वर मंदिर के सभी संतगण शामिल थे। सभी ने मिलकर गुरुदेव के विचारों को अपनाने और आगे फैलाने का संकल्प लिया।

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