अवैध खनन ब्लास्टिंग व क्रेशर उद्योग से नुकसान पर सौंपा ज्ञापन
चित्तौड़गढ़। गांव के समीप ही क्रेशर उद्योग व खनन ब्लास्टिंग से बेगूं क्षेत्र के गांव जावलिया का खेड़ा और फलौदी के ग्रामवासियों को हो रहे भारी नुकसान पर रोष व्यक्त करते हुए ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर शीघ्र कार्यवाही की मांग की। रामेश्वर बैरवा ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा सौंपे ज्ञापन में आरोप लगाया कि एक क्रेशर मालिक द्वारा बस्सी आम्बा रोड़ पर क्रेशर उद्योग लगाकर अवैध खनन किया जा रहा है। इसके द्वारा 50 से 60 बीघा चारागाह जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है, चारागाह क्षेत्र अवैध कब्जे की भेंट चढ़ गया। 20 बीघा जमीन पर तो पक्की चार दिवारी निमार्ण करवा रहा है। अवैध कब्जे से दोनों गावों के गो वंशो को चरने के लिए जमीन ही नहीं बची है। खनन से दोनों गांवों के आंगनबाड़ी व स्कूल की बिल्डिंग में क्रेक आ गये हैं। बच्चों को स्कूल के बाहर बाउण्ड्री में बैठा कर पढ़ाना पड़ रहा है। आंगनबाड़ी टूटने के कारण बच्चों को गांव के बीच मंदिर के बाहर बैठा कर पढ़ाया जाता है। जावलिया का खेड़ा के देवनारायण मंदिर की दिवारों में भी दरारें स्पष्ट दिखाई दे रही है। फलौदी के वैष्णव देवी के मंदिर में बड़े-बड़े पत्थर आए दिन उछलते हुए गिरते हैं जो दशर्नाथिर्यों के लिए भारी खतरा है। दोनों गांवों में खनन क्षेत्र एवं क्रेशर के चारों तरफ हजारों बीघा जमीनों पर फसलें खड़ी है, जिन पर भी ब्लास्टिंग से बड़े बड़े पत्थर उछलते हैं और फसलों को नुकसान पहुँचा रहे है। साथ ही ट्यूबवेल जो लगभग 20 से अधिक है वो बैठ गई, कईं किसानों को मोटरों सहित काफी नुकसान हुआ है। कईं नामजद प्रभावित किसानों ने अपने साथ हुई घटनाओं से अवगत कराया। कई बार रोड़ के नजदीक ही हो रही ब्लास्टिंग से जाम की स्थिति बनती रहती है। कईं बार मरीजों, गभर्वतियों व गंभीर रोगियों को लाने ले जाने वाली एम्बूलेंस को भी रूकना पड़ता है। मरीजों के मरने की नौबत तक आ जाती है। गांववासियों को भारी नुकसान पहुँच रहा है जिसकी कोई सुध नहीं ले रहा है। इस संकट से दोनों गांवों को खाली करने की स्थिति हो चुकी है। इस दौरान भवानीराम जाट, हरपालसिंह, शंकर, नारायण, लादूलाल गाडरी, शंकरसिंह, रामेश्वर, प्रभु जाट, लादूलाल सुथार, कन्हैयालाल, तेजमल, कन्हैयालाल, मुकेश, रतन, नारूलाल, नारायण सिंह, हिम्मत, श्यामलाल, पप्पु, राकेश, देवीलाल, भंवरलाल, दिनेश, भेरू, प्रकाश, नारायण, श्यामसिंह, भंवरलाल, सम्पतलाल, गणेश भोपाजी, धमर्राज, महावीर, राहुल, नारूलाल, देवीलाल, पिन्टू वैष्णव, देवेन्द्रसिंह, पप्पू, बक्षू, छितरमल, दीपक पांड्या, मदन, गोपाल, निमर्ल, बाबू, प्रकाश सहित समस्त ग्रामवासियों ने पूरे प्रकरण पर ठोस कायर्वाही न होने पर बड़ा आन्दोलन किये जाने की चेतावनी दी।
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