Uproar over paper leak: Students protest across the country, pressure on government for exam reform
नई दिल्ली 27 जून 2025। देश में परीक्षाओं की पारदर्शिता पर एक बार फिर सवाल उठ खड़े हुए हैं। नीट (NEET) और यूजीसी नेट (UGC-NET) जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में कथित पेपर लीक मामलों के चलते छात्रों और अभिभावकों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। देशभर के विभिन्न राज्यों में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं और केंद्र सरकार से निष्पक्ष जांच तथा परीक्षा प्रणाली में गहराई से सुधार की मांग कर रहे हैं।
NEET पेपर लीक का मामला: बिहार और अन्य राज्यों से मिली रिपोर्ट्स के अनुसार नीट-यूजी का प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले ही सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप्स पर लीक हो गया था। सीबीआई और ईडी ने जांच शुरू कर दी है।
यूजीसी नेट रद्द: यूजीसी नेट की परीक्षा को पेपर लीक की पुष्टि के बाद रद्द कर दिया गया, जिससे लाखों छात्रों की मेहनत पर पानी फिर गया।
छात्रों का प्रदर्शन: दिल्ली, मुंबई, पटना, जयपुर और लखनऊ समेत कई शहरों में छात्रों ने प्रदर्शन कर सरकार से जवाब माँगा। “रीटेक नहीं, रिफॉर्म चाहिए” जैसे नारे लगे।
राजनीतिक हलचल: विपक्षी दलों ने इसे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया है। कांग्रेस, आप, टीएमसी और अन्य दलों ने संसद में मुद्दा उठाने की बात कही है।
सरकार का जवाब: शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बयान जारी कर कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और परीक्षा प्रणाली को और मजबूत किया जाएगा।
शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि पेपर लीक कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब यह राष्ट्रीय परीक्षाओं में बार-बार हो रहा है, तो यह देश की परीक्षा प्रणाली पर गहरी चोट है। डिजिटल और गोपनीय सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की ज़रूरत है।
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