चित्तौड़गढ़। नाबार्ड के तत्वाधान जिले के बैंकर्स हेतू एक दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन सीताफल उत्कृष्टता केंद्र सभागार में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सीताफल उत्कृष्टता केंद्र के निदेशक राजाराम सुखवाल, अग्रणी जिला प्रबंधक अशोक वासवानी और नाबार्ड जिला विकास प्रबंधक ने प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया और समन्वित तरीके से ग्राहकों को जागरूक करने पर बल दिया।
कार्यशाला के दौरान नाबार्ड डीडीएम, चित्तौड़गढ़ महेंद्र डूडी ने साइबर क्राइम, धोखाधड़ी के मामलों, ग्राहक के साथ धोखाधड़ी होने पर बैंक की जिम्मेदारियों एवं केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बैंकों को केवाईसी मानदंडों के सम्पूर्ण पालन एवं खाता खोलते वक्त ग्राहक के बारे में तत्परता से जांच करने पर बल दिया । डीडीएम ने देशभर में घटित हो रहे साइबर फ्रॉड के तरीकों और बारीकियों पर चर्चा की एवम साइबर फ्रॉड की शिकायत हेतु उपलब्ध विकल्पों और ग्राहकों के अधिकारों पर विस्तृत चर्चा की।
सभी बैंकर्स को आरबीआई और नाबार्ड द्वारा निर्धारित साइबर सुरक्षा मानदंडों की जानकारी दी गई।
कार्यशाला के दौरान चित्तौड़गढ़ अग्रणी जिला प्रबंधक अशोक वासवानी ने केवाईसी मानदंडों पर विस्तृत चर्चा करते हुए, बैंकिंग क्षेत्र में मनी लांड्रिंग की गतिविधियों पर निरंतर नजर रखने एवम वित्तीय समावेशन पर जोर देने पर बाल दिया। कार्यक्रम के दौरान भारतीय स्टेट बैंक के चीफ मैनेजर अजय कुमार पंचोली एवं विभिन्न बैंक अधिकारी मौजूद रहे।