चित्तौड़गढ़। श्री सांवरिया जी राजकीय जिला चिकित्सालय में ऑपरेशन के दौरान एक बच्चे की मौत के बाद माहोल गरमा गया, परिजनों ने अस्पताल के पीएमओ पर ऑपरेशन में लापरवाही का आरोप लगाया है। अस्पताल में हंगामे की सूचना पर सदर थाना पुलिस ने मोर्चा संभाला, वहीं परिजनों चिकित्सक को निलंबित करने मांग को लेकर आईसीयू के बाहर धरना भी दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बस्सी के पोस्ट ऑफिस के पास निवासी 10 वर्षीय मोहम्मद हुसैन पिता जाहिर हुसैन को पेट में दर्द की शिकायत होने पर श्री सांवरिया जी राजकीय ज़िला चिकित्सालय लाया गया, परिजनों के अनुसार जांच के बाद अपेंडिक्स की समस्या होने पर अस्पताल पीएमओ डॉ दिनेश वैष्णव ने तुरंत सर्जरी(ऑपरेशन) करने की बात कही, जिस पर रविवार प्रातः 9 बजे पीड़ित मोहम्मद हुसैन को ऑपरेशन के लिए ले जाया गया। लगभग 3 घंटे बाद ऑपरेशन थियेटर पीड़ित को बाहर निकाला। परिजनों के अनुसार शाम 5 बजे तक भी बच्चे को होश नहीं आया। जिसके बाद उसे आईसीयू में भर्ती किया गया। कुछ देर बाद अस्पताल स्टाफ के द्वारा अचानक परिजनों को बच्चे के मौत होने की सूचना दी गई। अचानक से मरीज की मौत की बात सुनकर परिजन भड़क गए और हंगामा करने लगे। परिजनों ने डॉ. वैष्णव पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। हंगामे की सूचना पर शहर डीएसपी बुधराज टांक, सदर थाना से सीआई हरेंद्र सौदा, कोतवाली प्रभारी विक्रम सिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। मौके पर तहसीलदार शिव सिंह ने भी परिजनों से समझाइश का प्रयास किया। परिजनो ने इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉ. वैष्णव को तत्काल निलंबित करने, मृतक का फोरेंसिक पोस्टमार्टम, चिकित्सालय प्रबंधन पर तुरंत लापरवाही का मिला दर्ज़ करने के साथ ही मृतक के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की मांग की हैं। वही इस मामले पर मीडिया के द्वारा पीएमओ से संपर्क करने की कोशिश की गई पर उन्होंने फोन नहीं उठाया।
