मेवाड़ की धरा स्वाभिमान और शौर्य की अमिट मिसाल
महाराणा प्रताप हमारे लिए प्रेरणापुंज, नई पीढ़ी में आदर्शों का हो संचार – मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा
चित्तौड़गढ़। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि मेवाड़ शक्ति, भक्ति, त्याग और तपस्या की भूमि है। मेवाड़ की धरा स्वाभिमान और शौर्य की एक अमिट मिसाल है। इस भूमि पर आकर अत्यंत गर्व की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप हमारे लिए प्रेरणापुंज है, जिन्होंने सदैव सत्य, धर्म और राष्ट्रहित के मार्ग पर चलना सिखाया है। नई पीढ़ी में ऐसे आदर्शों एवं संस्कारों का संचार होना चाहिए।
मुख्यमंत्री गुरूवार को चित्तौड़गढ़ के भूपालसागर में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर मूर्ति अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेवाड़ की इस गौरवशाली धरा की महान विभूतियों वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप, अद्वितीय बलिदान की प्रतिमूर्ति मां पन्नाधाय और वीर योद्धा राणा पूंजा की प्रतिमाओं के अनावरण का यह अवसर आज के दिन को स्वर्णाक्षरों में अंकित करता है।
मुख्यमंत्री ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप को नमन करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप पराक्रमी एवं स्वाभिमानी थे तथा उन्होंने कभी किसी की अधीनता स्वीकार नहीं की। उनका नाम सुनते ही धमनियों में शौर्य और पराक्रम का रक्त प्रवाहित होने लगता है, मस्तक गर्व और स्वाभिमान से ऊंचा हो उठता है।
महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट विकसित कर रही राज्य सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार महाराणा प्रताप के संदेश को पूरी दुनिया में पहुंचाने के लिए महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़े विभिन्न स्थलों चावंड, हल्दीघाटी, गोगुंदा, कुंभलगढ़, दिवेर एवं उदयपुर आदि को सम्मिलित करते हुए महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट विकसित कर रही है ताकि पर्यटक महाराणा प्रताप की शूरवीरता की गाथा अपने साथ लेकर जाए। साथ ही हमारी सरकार प्रदेश में कोच और खेल विशेषज्ञ तैयार करने के लिए महाराणा प्रताप खेल विश्वविद्यालय की स्थापना कर रही है।
मेवाड़ ने त्याग, साहस और राष्ट्रभक्ति से इतिहास को गौरवशाली बनाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेवाड़ की धरा महाराणा प्रताप के साथ ही मां पन्नाधाय एवं राणा पूंजा की धरती है, जिन्होंने दुनिया को कर्तव्यनिष्ठा, शौर्य और अनूठे बलिदान का परिचय दिया। आज का यह दिन भी हमें त्याग, साहस और राष्ट्रभक्ति से हमारी सभ्यता को गौरवशाली बनाने वाले वीरों की याद दिलाता है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश राष्ट्र भक्ति की नई ऊर्जा से सराबोर
सीएम ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत और कुशल नेतृत्व में देश राष्ट्रीय गौरव के नए शिखर को छू रहा है। हर वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा स्थापित होने के साथ ही आत्मनिर्भर भारत को हर क्षेत्र में नई पहचान मिल रही है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर प्रधानमंत्री की संकल्प शक्ति, अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। पूरी दुनिया ने देखा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में नए भारत की सैन्य ताकत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश का हर व्यक्ति नई ऊर्जा और नए जज्बे के साथ राष्ट्र भक्ति से सराबोर है और प्रधानमंत्री ने की वीर-वीरांगनाओं की हमारी धरती पर पहली जनसभा की।
जल संचयन एवं जल उपलब्धता के लिए कार्य कर रही राज्य सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले डेढ़ वर्षों में जल उपलब्धता के लिए काम किया है। हमारी सरकार ने पूर्वी राजस्थान के लिए राम जल सेतु लिंक परियोजना (संशोधित पीकेसी), शेखावाटी के लिए यमुना जल समझौता और दक्षिणी राजस्थान के लिए देवास परियोजना को मूर्त रूप देने की दिशा में कार्य किया। हमारी सरकार वर्ष 2027 तक किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध करवाने के लक्ष्य के साथ कार्य कर रही है। इसके साथ ही कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान में प्रवासी राजस्थानियों के सहयोग से जल संचयन की दिशा में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवा, महिला, गरीब एवं किसान के रूप में चार जातियों का उल्लेख किया हैं। हमारी सरकार युवाओं को रोजगार देकर उनके सपनों को पूरा कर रही हैं। हमारी सरकार ने अब तक लगभग 67 हजार युवाओं को सरकारी नौकरियों में नियुक्ति दे दी है।
जल स्वावलम्बन पखवाड़े को जन अभियान बनाने का आह्वान
मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के साथ गंगादशमी का संयोग बना है। राज्य सरकार द्वारा 5 जून से 20 जून तक जल स्वावलम्बन पखवाड़े के माध्यम से तालाबों, नदियों आदि जल स्रोतों पर पूजन, जागरूकता, स्वच्छता गतिविधियां आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही हमनें इस वर्ष में 11 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि जल स्वावलम्बन पखवाड़े एवं पौधारोपण में सक्रिय भूमिका निभाते हुए इसे जन अभियान का रूप दें।
मुख्यमंत्री ने किए करेड़ा पार्श्वनाथ मंदिर में दर्शन
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भूपाल सागर स्थित करेड़ा पार्श्वनाथ मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की और देश एवं प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस दौरान उन्होंने उपस्थित संतों से आशीर्वाद भी लिया।