- सदस्य बनने के लिए सामान्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर लवकुश पाराशर से सम्पर्क करें
चित्तौड़गढ़। इंडियन रेड क्रॉस एक स्वैच्छिक मानवतावादी संगठन है, जिसका पूरे देश में 1100 से अधिक शाखाओं का नेटवर्क है, जो आपदाओं/आपातकाल के समय राहत प्रदान करता है और कमजोर लोगों और समुदायों के स्वास्थ्य और देखभाल को बढ़ावा देता है। यह दुनिया के सबसे बड़े स्वतंत्र मानवतावादी संगठन, इंटरनेशनल रेड क्रॉस एंड रेड क्रीसेंट मूवमेंट का एक प्रमुख सदस्य है। आंदोलन के तीन मुख्य घटक हैं, रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी), राष्ट्रीय सोसायटी और रेड क्रॉस और रेड क्रीसेंट सोसायटी का अंतर्राष्ट्रीय संघ। भारतीय रेड क्रॉस का मिशन हर समय मानवीय गतिविधियों के सभी रूपों को प्रेरित करना, प्रोत्साहित करना और आरंभ करना है ताकि मानव
पीड़ा को कम किया जा सके और यहां तक कि रोका जा सके और इस प्रकार शांति के लिए अधिक अनुकूल वातावरण बनाने में योगदान दिया जा सके।
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी सामान्य चिकित्सालय चित्तोडगढ़ ने बताया कि इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी (IRCS) की स्थापना 1920 में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी अधिनियम के तहत की गई थी और 1920 के संसद अधिनियम XV के तहत शामिल की गई थी। अधिनियम को अंतिम बार 1992 में संशोधित किया गया था और 1994 में नियमों का गठन किया गया था। IRCS की 36
राज्य / केंद्र शासित प्रदेश शाखाएं हैं जिनमें 1100 से अधिक जिले और उप जिला शाखाएं हैं। भारत के माननीय राष्ट्रपति हैं और माननीय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री सोसायटी के अध्यक्ष हैं। वाइस चेयरमैन का चुनाव प्रबंध निकाय के सदस्यों द्वारा किया जाता है। राष्ट्रीय प्रबंध निकाय में 18 सदस्य होते हैं।
अध्यक्ष और 6 सदस्यों को राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किया जाता है। शेष 12 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की शाखाओं द्वारा एक निर्वाचक मंडल के माध्यम से चुने जाते हैं। प्रबंध निकाय कई समितियों के माध्यम से शासन और समाज के कार्यों के पर्यवेक्षण के लिए जिम्मेदार महासचिव सोसायटी का मुख्य कार्यकारी होता है। माननीय राज्यपाल एवं जिला कलक्टर के निर्देश अनुरूप इन्डियन रेडक्रॉस सोसायटी शाखा बनाये जाने हेतु अभियान चलाया जा रहा है। जो भी इसके सक्रिय सदस्य बनना चाहते है वह डा. लवकुश पाराशर चिकित्सा अधिकारी सामान्य चिकित्सालय मोबाईल 9929202667 से 13 फरवरी, 2023 से पूर्व सम्पर्क कर सकते है।
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